लाल किले से जब PM मोदी ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिया ये बयान तो बगल में बैठे CJI डीवाई चंद्रचूड़ भी हाथ जोड़कर...
Aug 15, 2023, 14:41 IST

देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस (Independent Day 2023) मना रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश के 140 करोड़ लोगों को आजादी के महापर्व की बधाई देते हुए क्षेत्रीय भाषाओं के महत्व पर प्रकाश डाला. इस दौरान पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट की तारीफ में कुछ ऐसा कह दिया कि उनके बगल में बैठे सेजी भी मुस्कुराने लगे और हाथ जोड़कर पीएम मोदी का अभिवादन किया. दरअसल, क्षेत्रीय भाषाओं में फैसले उपलब्ध कराने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया कदम का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मातृभाषा का महत्व बढ़ रहा है. 15 अगस्त 2023 Akshay Kumar के लिए लेकर आया खुशखबरी मिली भारत की नागरिकता, इस पर अक्षय कुमार ने दिया बड़ा बयान। लाल किले पर संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैं सुप्रीम कोर्ट को भी धन्यवाद देता हूं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि फैसले का ऑपरेटिव हिस्सा किसी एक क्षेत्रीय भाषा में होगा. क्षेत्रीय भाषा का महत्व बढ़ रहा है। इस दौरान स्वतंत्रता दिवस समारोह में मेहमानों में शामिल भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर पीएम मोदी की बात स्वीकार की, जबकि अन्य मेहमानों ने तालियां बजाईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मातृभाषा का महत्व बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने मातृभाषा में पढ़ाई का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमने मातृभाषा में पढ़ाई पर जोर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर सकें, इसके लिए हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई पर भी जोर दिया है. कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया था कि वह अपने द्वारा सुनाए गए फैसलों को कई क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड करेगा. सुप्रीम कोर्ट में अब फैसले का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया गया है. इसके बाद इसका क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद भी किया जाता है. 500 पन्नों जैसे बड़े फैसलों को एक या दो पन्नों में संक्षिप्त किया जाता है ताकि आम लोग समझ सकें। सुप्रीम कोर्ट ने जिन क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद शुरू किया है उनमें अंग्रेजी के साथ हिंदी, तमिल, गुजराती और उड़िया शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये साल रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती का साल है. यह वर्ष मीराबाई के 525वें वर्ष का भी वर्ष है। इस बार 26 जनवरी को हमारे गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ होगी. पल-पल प्रेरणा और पल-पल संकल्प का इससे बड़ा कोई अवसर नहीं मिलेगा। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी.