चांद के बाद अब सूरज पर जाएगा भारत का अंतरिक्ष यान, ISRO ने किया बड़ा एक्शन, जानें क्या है मिशन आदित्य L1 में.....
चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर कामयाब लैंडिंग के बाद इसरो अब सूर्य के अध्ययन के लिए एक हफ्ते के भीतर यानी 2 सितंबर को सौर मिशन शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

इसरो श्रीहरिकोटा से 2 सितंबर को लॉन्च करेगा आदित्य एल1
आदित्य-एल1 पूरी तरह स्वदेशी प्रयास है, 4 महीने में पहुंचेगा
सूरज के L1 पॉइंट की धरती से दूरी 1.5 मिलियन किलोमीटर
Chandrayaan-3 सफलता तो भारत के हाथ लग चुकी है लेकिन अब भारत यही नहीं रुकने वाला। बल्कि अब तो भारत अपनी अगली तैयारी सूरज पर जाने की कर रहा है. दरअसल चांद की स्टडी करने के लिए इसरो अपने चंद्रयान भेज चुका है लेकिन अब सूरज की स्टडी करने के लिए भी शनिवार को अंतरिक्ष यान भेज रहा है.
खबर तो ऐसे सामने आ रही है कि इसरो सूरज पर स्टडी करने के लिए आदित्य L1 को अंतरिक्ष में भेज रहा है. आपको बता दें कि यह पूरी तरीके से स्वदेशी प्रयास है और इसे 2 हफ्ते पहले ही आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित इसरो के अंतरिक्ष केंद्र पर लाया भी गया था. शनिवार को यानी कि 2 सितंबर को अब आदित्य L1 यहीं से लांच कर दिया जाएगा। हालांकि इसको L1 तक पहुंचने में 4 महीने लग जाएंगे। लेकिन इसी साल इसरो गगनयान 1 मिशन भी लॉन्च करने वाला है और उसके बाद साल 2024 में शुक्रिया और मंगलयान मिशन की तैयारी जोर-शोर पर चल रही है.

मिशन क्या है?
सूरज का अध्ययन करने के लिए आदित्य L1 पहली भारतीय अंतरिक्ष आधारित ऑब्जर्वेटरी होगी। इसका जो काम होगा वह 24 घंटे सूरज पर नजर रखना होगा ऐसे में धरती और सूरज के सिस्टम के बीच पांच Lagrangian point है. लेकिन यह सूर्ययान Lagrangian point 1 यह चारों ओर L1 हेलो ऑर्बिट में तैनात रहने वाला है.
पृथ्वी से L1 बिंदु की दूरी 1.5 मिलियन किमी है जबकि पृथ्वी से सूर्य की दूरी 150 मिलियन किमी है। L1 बिंदु को इसलिए चुना गया है क्योंकि यहां से सूर्य को दिन के 24 घंटे, सप्ताह के सातों दिन, यहां तक कि ग्रहण के दौरान भी देखा जा सकता है।